क्या आपने कभी सोचा है कि 21 फरवरी का दिन इतिहास में क्यों खास है? यह सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि कई महत्वपूर्ण घटनाओं और ऐतिहासिक फैसलों का गवाह रहा है। भारत और दुनिया में इस दिन कई ऐसी घटनाएँ घटीं, जिनका असर समाज, राजनीति, विज्ञान और संस्कृति पर पड़ा। तो चलिए, जानते हैं कि 21 फरवरी का इतिहास हमें क्या सिखाता है और यह दिन क्यों यादगार है।
21 फरवरी का राष्ट्रीय इतिहास
1952: मातृभाषा आंदोलन का बलिदान दिवस (अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस का जन्म)
21 फरवरी 1952 को बांग्लादेश (तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान) में बंगाली भाषा के समर्थन में छात्रों का एक बड़ा आंदोलन हुआ। इस दौरान कई छात्रों ने अपने प्राण न्योछावर कर दिए। उनके बलिदान को सम्मान देते हुए, 1999 में यूनेस्को ने 21 फरवरी को “अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस” घोषित किया। यह दिन भाषाई और सांस्कृतिक विविधता को बनाए रखने के महत्व को दर्शाता है।
1963: भारत के पहले राष्ट्रीय पार्क का नाम बदलकर “जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क” रखा गया
21 फरवरी 1963 को भारत के पहले राष्ट्रीय उद्यान (हैली नेशनल पार्क) का नाम बदलकर “जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क” कर दिया गया। यह पार्क उत्तराखंड में स्थित है और बाघों के संरक्षण के लिए प्रसिद्ध है।
1999: कुंभ मेले में मची भगदड़, सैकड़ों श्रद्धालु घायल
21 फरवरी 1999 को हरिद्वार में कुंभ मेले के दौरान बड़ी भगदड़ मच गई। इस दुर्घटना में कई श्रद्धालु हताहत हुए। कुंभ मेला दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है, जिसमें करोड़ों लोग गंगा स्नान के लिए आते हैं।
2013: भारत में पहली बार स्पाइसजेट ने बायोफ्यूल से विमान उड़ाया
21 फरवरी 2013 को भारत में पहली बार एक विमान ने बायोफ्यूल (जैव ईंधन) का उपयोग कर उड़ान भरी। यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी।
21 फरवरी का अंतर्राष्ट्रीय इतिहास
1848: कम्युनिस्ट घोषणापत्र का प्रकाशन
21 फरवरी 1848 को कार्ल मार्क्स और फ्रेडरिक एंगेल्स द्वारा लिखित “कम्युनिस्ट घोषणापत्र” प्रकाशित हुआ। यह ग्रंथ दुनिया की राजनीति और समाजवाद के विचारों को आकार देने में अहम भूमिका निभाता है।
1916: प्रथम विश्व युद्ध के दौरान वर्डन की लड़ाई शुरू हुई
21 फरवरी 1916 को प्रथम विश्व युद्ध के दौरान फ्रांस और जर्मनी के बीच वर्डन की ऐतिहासिक लड़ाई शुरू हुई। यह युद्ध करीब 10 महीने तक चला और इसे इतिहास की सबसे लंबी एवं विनाशकारी लड़ाइयों में से एक माना जाता है।
1953: फ़्रांस ने महिलाओं को मतदान का अधिकार दिया
21 फरवरी 1953 को फ्रांस में पहली बार महिलाओं को चुनावों में मतदान करने का अधिकार मिला। यह घटना महिला सशक्तिकरण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम थी।
1972: अमेरिकी राष्ट्रपति निक्सन की चीन यात्रा
21 फरवरी 1972 को अमेरिका के राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने चीन की ऐतिहासिक यात्रा की। इस यात्रा ने अमेरिका और चीन के संबंधों में नया मोड़ लाया और दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंध स्थापित करने में मदद की।
2008: दुनिया की पहली अंतरिक्ष पर्यटक एंसेल लॉन्गिन ने अंतरिक्ष यात्रा पूरी की
21 फरवरी 2008 को एंसेल लॉन्गिन दुनिया की पहली महिला बनीं, जिन्होंने निजी तौर पर अंतरिक्ष यात्रा की। उनकी इस यात्रा ने भविष्य में अंतरिक्ष पर्यटन के नए द्वार खोल दिए।
विज्ञान और तकनीक में 21 फरवरी का योगदान
1925: पहला “कैलेंडर वॉच” लॉन्च किया गया
21 फरवरी 1925 को स्विट्जरलैंड की मशहूर घड़ी निर्माता कंपनी रोलेक्स ने पहली बार “कैलेंडर वॉच” लॉन्च की। यह घड़ी समय के साथ-साथ दिनांक भी दिखाने में सक्षम थी।
1947: पहला पोलराइड कैमरा बाजार में आया
21 फरवरी 1947 को डॉ. एडविन लैंड ने पहला पोलराइड कैमरा बाजार में पेश किया, जिसने त्वरित फोटोग्राफी को आसान बना दिया।
1995: गूगल के सह-संस्थापक लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन पहली बार मिले
21 फरवरी 1995 को लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन पहली बार मिले, जिन्होंने बाद में मिलकर “गूगल” की स्थापना की। उनकी यह मुलाकात दुनिया की सबसे प्रभावशाली टेक कंपनियों में से एक की नींव रखी।
खेल और मनोरंजन में 21 फरवरी की प्रमुख घटनाएँ
1979: ऑस्ट्रेलिया ने क्रिकेट में पहला “डे-नाइट मैच” खेला
21 फरवरी 1979 को ऑस्ट्रेलिया में पहला अंतरराष्ट्रीय डे-नाइट क्रिकेट मैच खेला गया। यह क्रिकेट इतिहास में एक क्रांतिकारी बदलाव था।
1980: “मिरेकल ऑन आइस” – अमेरिका की ऐतिहासिक हॉकी जीत
21 फरवरी 1980 को अमेरिका ने ओलंपिक हॉकी टूर्नामेंट में सोवियत संघ को हराकर “मिरेकल ऑन आइस” नामक ऐतिहासिक जीत दर्ज की। यह जीत अमेरिकी खेल इतिहास के सबसे बड़े पलों में से एक मानी जाती है।
1994: शाहरुख खान की फिल्म “कभी हां कभी ना” रिलीज हुई
21 फरवरी 1994 को शाहरुख खान की फिल्म “कभी हां कभी ना” रिलीज हुई, जो उनके करियर की सबसे बेहतरीन फिल्मों में से एक मानी जाती है।
राजनीतिक और सामाजिक बदलाव में 21 फरवरी का महत्व
1999: अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस की घोषणा
1999 में यूनेस्को ने 21 फरवरी को अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के रूप में घोषित किया। इस दिन का उद्देश्य दुनिया भर में भाषाई विविधता और सांस्कृतिक पहचान को बढ़ावा देना है।
2012: ग्रीस में आर्थिक संकट पर बड़ा फैसला
21 फरवरी 2012 को यूरोपीय संघ ने ग्रीस को वित्तीय संकट से उबारने के लिए एक बड़ा आर्थिक राहत पैकेज दिया। यह फैसला यूरोप की अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के लिए बेहद जरूरी था।
निष्कर्ष: 21 फरवरी का ऐतिहासिक महत्व
इतिहास के पन्नों में 21 फरवरी कई महत्वपूर्ण घटनाओं को संजोए हुए है। यह दिन न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में सामाजिक, राजनीतिक, वैज्ञानिक और खेल जगत में कई अहम बदलावों का गवाह रहा है।
इतिहास हमें यह सिखाता है कि हर दिन कुछ नया लेकर आता है और हमें इससे प्रेरणा लेनी चाहिए। अगली बार जब 21 फरवरी आए, तो इसे सिर्फ एक तारीख के रूप में न देखें, बल्कि इसकी ऐतिहासिक घटनाओं को याद करें और उनसे सीखें।
आपको इनमें से कौन-सी घटना सबसे रोचक लगी? हमें कमेंट में जरूर बताएं!







































